इस जालिम जमाने से उम्मीद करना कोई हमसे सिखे, अब के दौर में भी वफा ढूंढ़ रहा हूं, बड़ा नासमझ हूं साहब मैं भी ज़हर की बोतल में दवा ढूंढ़ रहा हूं.. #love #sad #reality #diary