बदल जाते है लोग वक़्त की तरह, बदल जाते है लोग भी मौसम की तरह। तोड़ जाते कसमें वादे खिलौनों की तरह। गिरा जाते है नज़रों से अश्कों की तरह। मसल जाते मोहब्बत को फूलों की तरह। लूट जाते खुशियां दे जाते गम ए मोहब्बत। जख्मों पे लगा जाते वेबाफाई का मरहम। छोड़ जाते प्यार की राह में वेबफा सनम। लूटकर बहारों को छोड़ जाते है पतझड़। #बदलना#