सहज समाधि दायक दुर्गम साधना में उत्तरोत्तर चढ़ाई होती है, कामज व्याधि कारक ललाम खंजना साध में सत्तत खाई होती है! अनवरत कठिन परिश्रम के वगैर प्रायः लब्ध दिव्य नहीं होता... कि वेग संभालकर रख ढ़लान पर प्रायः यथेष्ट गंतव्य नहीं होता!!:) ©RAVINANDAN Tiwari #हल्के_कलम #अनुराग_कच्ची_सड़क #NojotoWriter #Nojotohindi #nojotolive #nojotonewshindi