वो छत हमारी हर राज जानती है... मेरे हर किस्से की हर बात जानती है.... मैं यू ही नहीं अब छत पे हूँ टहलता.... ये तेरी और मेरी हर याद जानती है... ये मेरे बहते आँसू जानती है.... ये मेरी खिलती हसी जानती है.... की मैं दुनिया ये दूर हुआ हुँ कैसे... ये मेरे नफरत की कहानी जानती है.... ये मेरी दीवानगी का नशा जानती है... ये मेरी बर्बादी का कारण जानती है... ना सुने होंगे किस्से मेरे बेवफा होने के.... ये मेरे सारे बोले हुए झूठ जानती है... ये मेरे समय बिताने का ठिकाना जानती है .. उसको भूल जाने का बहाना जानती है... मैं हर रोज यहा पढ़ाई हुँ करता.... मेरे हर होंसलो की मीनार जानती है... sanket 💔💜 वो छत.... हमारी #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqtales #yqhindi #poemporn #poetry #instawriters