कोई उम्मीद बर नहीं आती, कोई सूरत नज़र नहीं आती मौत का एक दिन मुअय्यन है, नींद क्यों रात भर नहीं आती। कोई उम्मीद बर नहीं आती, कोई सूरत नज़र नहीं आती मौत का एक दिन मुअय्यन है, नींद क्यों रात भर नहीं आती।