जब ख़्वाब खुलेंगे आँखों में हँसते गुलाब से काँटों में... कोरों में डोरे लाल-लाल और बीते दिन के कई सवाल रख लोगे हँसकर वही रुमाल जो उसने दिया था पिछले साल सुरखुरु ज़ुबाँ पर वही ग़ज़ल बस एक ख़्याल वो ही फ़िलहाल कट जाएँगे यों सालो साल जाने कब बदलेगा ये हाल वैसे तो सब कुछ है खुशहाल खिलते फूलों से क्या मलाल #toyou#yqstories#yqlove#forsakenbuds#yqgarden#yqflowers