ख़ारिज कर दो.. मेरी अर्जियां सभी कुछ भी मांगने का... अब मन भी नहीं... जीने को... सांसों की ज़रूरत ही काफ़ी और क्या ख़ास है... तेरे लिए जो मेरे पास नहीं.. रख ले... मेरे खून का कतरा भी ग़र ज़रूरत हो तुझे तू जी... मौत काफ़ी है.. मेरे लिए और कुछ भी नहीं... ©Swati kashyap #अर्जियां