जब मैं छोटा था, मतलब बस 6-7 साल पहले की ही बात है, अपने घर की सबसे ऊपर वाली छत्त पर, दीवार के सहारे छुप कर बैठ जाया करता था, जहाँ से मैंने सबको आते जाते देखा है, पर मुझे वहाँ बैठा कोई ना देख पाया, वहीं बैठकर कभी खुदसे, कभी खुद के लिए रोया हुँ, बहुत छुपने-छुपाने वाले शौक़ भी किये थे, पर अब वो जगह थोड़ी अलग सी लगती है, पर अब वो जगह बस एक जगह सी लगती है, लोंगो ने घर काफी ऊँचे-ऊंचे बना लिये हैं और मैं भी थोड़ा परफेक्ट बननें की कोशिश में लगा हुँ, पर वो जगह आज भी उतनी ही कमियों से भरी है जितनी 6-7 साल पहले हुआ करती थी। खजूर का पेड़