भूल जाता हूं मै खुद को जब अक्स तुम्हारा दिखता है। ये कैसी खुदगर्जी है तेरी जो सिर्फ हमे पता है। लगे धूप तुझे और जलन मुझे होती हैं ©Shakeel Jaan खुदगर्जी