देह मेरी, हल्दी तुम्हारे नाम की। हथेली मेरी, मेंहदी तुम्हारे नाम की। सिन्दूर तुम्हारे नाम का। औरत क मंगलसूत्र तुम्हारे नाम का महावर तुम्हारे नाम की। बड़ों की चरणवदना मैं करूँ, तुम्हारे नाम का सिर मेरा, चुनरी तुम्हारे नाम की। मांग मेरी, माथा मेरा, विदिया तुम्हारे नाम की। एक नाक मेरी, नथनी तुम्हारे नाम की। गला मेरा कलाई मेरी, चूड़ियाँ तुम्हारे नाम की। पाँव मेरे, उंगलियों मेरी, बिछुए तुम्हारे नाम के चरणवन्दना मैं करूँ और सदा सुहागन का आशीष तुम्हारे नाम का और तो और करवाचौथ, बड़मावस के व्रत भी तुम्हारे नाम के यहाँ तक कि कोख मेरी, खून मेरा, दूध मेरा, और बच्चा तुम्हारे नाम का घर के दरवाजे पर लगी नेमप्लेट तुम्हारे नाम की। और तो और मेरे अपने नाम के सम्मुख लिख गोत्र भी मेरा नहीं सब कुछ तो तुम्हारे नाम का नम्रता से पूछती हूँ. आखिर तुम्हारे पास क्या है मेरे नाम का। ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD देह मेरी, हल्दी तुम्हारे नाम की। हथेली मेरी, मेंहदी तुम्हारे नाम की। सिन्दूर तुम्हारे नाम का। औरत क मंगलसूत्र तुम्हारे नाम का महावर तुम्हारे नाम की। बड़ों की चरणवदना मैं करूँ, तुम्हारे नाम का