मिलती नहीं मंजिल तुम्हें इस शहर उस शहर भटकते फिरते हो यहां वहां जाने कौन सी डगर कैसे हो ना तकल्लुफ तुम्हें बुझे हो फिर भी मगर आज तुमसे ये कहना था तुम्हें इस दिल में रहना था तुम्हें इस दिल में रहना था... #दिलमेंरहनाथा #collab #रूप_की_गलियाँ #rs_rupendra05 #yqdidi #yourquoteandmine #dil #बेताब Collaborating with YourQuote Didi