वो तमाम परेशानियों में भी मुस्कुराती है वो आँसुओं को छुपाती है कोई साथ नहीं है उसके अकेले आगे बढ़ती जाती है परिवार का बोझ उठाती है खुद को भी संभालती है एक बेटी है वो माँ जैसा फ़र्ज़ निभाती है जमाने के सामने सारे गम छुपाती है खुद को बहुत खुश मिजाज बताती है एक बेटी है जो मुझे प्रेणा दे जाती है समर्पित करता हूँ यह कविता उसको जो इतनी समस्याओं को झेल कर भी न घबराती है एक बेटी ऐसी भी जो जीवन जीना सिखाती है। #बेटी #निडर #nojoto #nojotohindi #poetry