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योग वो है जो भारतीय सभ्यता का एक अभिन्य हिस्सा र

योग वो है जो 
 भारतीय सभ्यता का एक अभिन्य हिस्सा रहा है, जिसने भारत की सभ्यता का लौहा पूरी दुनिया में मनवाया है। योग दुनिया को भारत ने ही  दिया है। योग शब्द संस्कृत धातु युज से निकला है जिसका अर्थ है -व्यक्तिगत चेतना। योग पांच हजार वर्ष पुरानी शैली है।  इसका उल्लेख हमारे वेदों में भी देखने को मिलता है।  योग की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि ये सभी उम्र के लोगों के लिए होता है, इसे बच्चे, जवान और बूढ़े सभी कर सकते हैं। 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया,  ये हमारी सभ्यता के लिए गर्व की बात कहलाई। भारत में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में मनाया गया। योग हमारे तन-मन को शांति प्रदान करता है। आजकल की दौड़ती- भागती दुनिया के लिए योग बहुत आवश्यक है,  इसलिए योग को अपनी जिंदगी का एक हिस्सा बनाए। #Health #योग#योगादिवस
#international_yog_day 
#nojoto#priyanka-pri
योग वो है जो 
 भारतीय सभ्यता का एक अभिन्य हिस्सा रहा है, जिसने भारत की सभ्यता का लौहा पूरी दुनिया में मनवाया है। योग दुनिया को भारत ने ही  दिया है। योग शब्द संस्कृत धातु युज से निकला है जिसका अर्थ है -व्यक्तिगत चेतना। योग पांच हजार वर्ष पुरानी शैली है।  इसका उल्लेख हमारे वेदों में भी देखने को मिलता है।  योग की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि ये सभी उम्र के लोगों के लिए होता है, इसे बच्चे, जवान और बूढ़े सभी कर सकते हैं। 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया,  ये हमारी सभ्यता के लिए गर्व की बात कहलाई। भारत में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में मनाया गया। योग हमारे तन-मन को शांति प्रदान करता है। आजकल की दौड़ती- भागती दुनिया के लिए योग बहुत आवश्यक है,  इसलिए योग को अपनी जिंदगी का एक हिस्सा बनाए। #Health #योग#योगादिवस
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