कोरे पन्नों की तह में दबा के , देख लेना कभी मुझे भी छिप छिपा के,, एक झलक तुम मेरी देखना एक झलक मै तुम्हारी, धूल ना जमने देना तुम यादों पर हमारी,, एक लम्हा सुकून तो एक पल बेकरारी, कुछ ऐसे निभा देना ये इश्क़ तारी ,, अख्तियार कर लेना हवा के, कोरे पन्नों की तह में दबा के, देख लेना कभी मुझे भी छिप छिपा के समेट लेना सांसों में खुशबू हमारी ,ना आजमाना कभी यारा मेरी यारी,, सजदे बिछाना तुम मेरी भी दुआ के, देख लेना,, मुझे भी छिप छिपा के,,☝😓#ऋतु #कोर पन्नों की तह