कोई तो होंगी जो मेरे जैसे विचार रखती होगी रंग से नहीं जो अपनी सादगी से चमकती होंगी होंगी कोई जुदा जहाँ से, ब्यान-ए -इश्क में "राज" जो खामोश शब्दों की भाषा को,मोहब्बत समझती होंगी ©Saurabh Raj Sauri #WorldWaterDay