आज फिर आसमान से एक तारा टूट गया, चाहने वालों से खफा हो सितारा रूठ गया। खिल रही थी कला सरोजनी नृत्य सागर में, समेट ली गई नृत्य कला छोटी सी गागर में। गाते रहेंगे जीवन गाथा नृत्य संग हाव भाव, छोड़ के चली गई कैसे भरेंगे दिलों के घाव। विवश हो माननी पड़ी सबको रब की रजा, महकते रहेंगे यादों के फूल बने रहेंगे ताजा। 🙏🌹भावभीनी श्रद्धांजलि🌹🙏 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 JP lodhi 03/07/2020 #Rip #sarojkhan #Nojoto #Nojotoorigenal #Nojotohindi #Nojotofilms #poetry