#वैराग्य_कच्ची_सड़क रमणीय लगे चाँदनी, रमणीक लगे वन हरा-भरा , रमणीय साधु संगत सुख, कथा काव्य रस भरा। सुंदर लगे कोप में वाष्प बूंद भरी प्रिया का मुखरा , जब अनित्यता का ज्ञान हुआ,चित भाये न कुछ दुबारा।। #वैराग्यशतक गोपाल भरथरी 🌼 🙏 सुप्रभात 🙏 🌼 #वैराग्य_कच्ची_सड़क