तेरी इक याद मुझसे आज फिर यूं दूर हो गई वो निशानी वाली अंगूठी चकनाचूर हो गई जो खरीदी थी मेरे लिए, सहेली को बोल कर जो दी थी तुमने मुझको ऐसे ही बोल कर जिसकी खातिर हुए थे हमारे झगड़े कई बार कहती थी इसे रख लो समझ कोई उधार चुका देना असल इसका दे करके मुझे प्यार दिलाएगी याद मेरी जब होगी बेकरार अंगूठी वो तेरी मुझको मशहूर कर गई यादों से आज मुझको तेरी दूर कर गई निशानी वाली अंगूठी मशहूर कर गई, निशानी वाली अंगूठी...... कृपया कविता पढ़ने के बाद मेरे लेखन के बारे में अपने विचार जरूर साझा करें। #deardeepakk #deesha #shayari #poem #yourquote #story_telling_by_deardeepakk