मौला जिसे तुम सच कहते हो, वो झूठ पर तमाचा भी हो सकता है. और जिसे तुम रावल कहते हो. वो कल राजा भी हो सकता है. एक क़ितआ लिखने की कोशिश की है। रावल - जनता