बेज़रूरत के ख्याल, बेज़रूरत के सवाल, ढोते ढोते थके नहीं क्या? निकालो दिल से ये सब, वरना जीना होगा मुहाल, चंद लम्हों के सुकून के लिए, क्यूं पालते हो ये बवाल, ये सब बेज़रूरत की चीज़ें हैं, कचरे में डालो हो जाएं हल सब अनसुलझे से सवाल😊☕ घर पर क़ब्ज़ा हो गया है, बेज़रूरत की चीज़ों का... #बेज़रूरत #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi