अलफ़ाज़ का वज़ूद लबों से जुदा रहने दो एहसास में खामोशियों को ठहरने दो महसूस होगी मेरी असल शख्सियत तुम्हे नज़रों को दिल का आईना बनने दो रफ़्तार धीमी रहेगी रूबरू होने में आहिस्ता आहिस्ता जिंदगी में रंग घुलने दो चौतरफा बिखेंगी रौशनी ख़्वाबों की ख़्वाबों को हक़ीक़त में तब्दील होने दो प्यार एक नशा है.... थोडी खुमारी तो चढ़ने दो यकीन है....नहीं उतरेगा ये तुम्हारी निगाहों से ऐतबार को कशमकश से आज़ाद तो होने दो रास आएगा ये मयखाना...दो पल का मेहमां बनने दो मेरी अहमियत #shayari #poem #nojoto