वो कुछ चार साल का सफर जो तुमने साथ बिताया, कैसे बीते वो पल कुछ समझ नहीं आया... उसे जो जहां की सारी खुशिया एक पल मे मिल गयी, इतनी खुश हुयी वो कि खुशी से खिल गयी... एक वक्त तक वजूद को उसके जो तुमने सजा के रखा, अपनी ज़िन्दगी को तुमने भी उसकी रजा से रखा... मौसम के जैसे रिश्तों में जो कभी बदलाव भी आए, शुक्र है उसकी वजह से दोनों मे कभी अलगाव ना आए... मोहब्बत को तुम्हारी किसी की नज़र ना लगे, दुखों को तुम दोनों की कभी खबर ना लगे.... #yqcreativity #yqdidi