"तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नहीं है, तुम अंश हो मेरे खुद तुम्हे मालूम नहीं है"। "तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नहीं है, क्या चीज हो तुम खुद तुम्हे मालूम नहीं है"। #self love #remembering re- remembering #anubhav ki kalam se