काम का वो लड़का काम की तलाश में घर से निकला हुआ है जेब नंगी उसकी ओर बदन ढका हुआ है दो दिनों से कुछ खाया नही उसने फिर भी कह देता है पूछने पर पेट भरा हुआ है रखी है संभाल कर उसने जिमेदारी की डिग्री हाथ जोड़कर नौकरी के दरवाजे पर खड़ा हुआ है सूखने लगी है जुबान उसकी इतना बोलने पर फिर भी बातों में उसकी शहद सा रस भरा हुआ है कैसे चला जाए घर पर वो खाली हाथ घर में भी तो कबसे सब खाली पड़ा हुआ है काम का वो लड़का काम की तलाश में घर से निकला हुआ है। ©Suraj #Heart touching#My story #Feeling #शायरियां #Journey