अर्ज़_किया_है.... मौसम अप्रैल का.... गन्ने का जूस और कुल्फी बिक रही ठेले में , गोला तैयार है और आइसक्रीम मिल रही मेले में । कॉलेज भी खुल गया है छुट्टियों गुजारने के बाद अब तुझसे मिलना मुनासिब होगा अकेले में । अब तुम बताओ के कैसे भूल जाऊं मैं , मौसम अप्रैल का । लीचियों के पेड़ों पर फूल दिखने लगे हैं , शिकंजी के भी गिलास बिकने लगे हैं । आम की अमिया पकने को तैयार है , हर तरफ देखो तो प्यार ही प्यार है । अब तुम बताओ के कैसे भूल जाऊं मैं , मौसम अप्रैल का । #April