तेरा नाम मेरे लबों पर कुछ इस कदर आने लगा है, हर कोई सुनने वाला अब मुझसे ज्यादा तुझको चाहने लगा है, फरियाद तुम्हारे दीदार की अब हम से होने लगी हैं, पहले तो दिन बेजार हुआ करते थे अब तो रातें भी बेचैन होने लगी है। By - Sid tyagi The night witnessing about the anxiety that I've been goin' with.