भूल जाऊँ तुम्हें पर ये मुम्किन नहीं वाबस्ता सजदा है यह मजमून नहीं आजमाइश होगी ही मनमर्जियों की हुस्न को देकर येअदा अशर्फियों की तड़प मुझे होगी,फरमा रमजान होगा रख पाओगी रोजा जब फरमान होगा भूल जाऊँ तुम्हें पर ये मुम्किन नहीं पाक दिल मेरा है यह संगदिल नहीं हर दिल में हरारत नहीं होती भूल जाऊँ तुम्हें पर ये मुम्किन नहीं... #भूलजाऊँतुम्हें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #love #poetry