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ना रुके कभी उसकी खुशियो की बारिस ए खुदा उसके खुस

ना रुके कभी उसकी
 खुशियो की बारिस 
ए खुदा
उसके खुसी के बारिस 
से ही मेरे दिल का
गुलाब खिलता है.....!!
(मानवेन्द्र की कलम से) #मानवेन्द्र_की_कलम_से
ना रुके कभी उसकी
 खुशियो की बारिस 
ए खुदा
उसके खुसी के बारिस 
से ही मेरे दिल का
गुलाब खिलता है.....!!
(मानवेन्द्र की कलम से) #मानवेन्द्र_की_कलम_से