अंग्रेजी से ऊबे जब फिर हिंदी पे आए विदेशी चोला छोड़ अपने परिधान पे आए शहरों से भागे और गांव में आए तकनीकी के आघात सहे फिर देसी अपनाए Western culture छोड़ रीति रिवाज निभाए विज्ञान को पछाड़ अपने वेद पे आए हम भारत वालों के लिए ये कहावत ठीक है "लौट के बुद्धू अपने घर को आए" लौट के बुद्धू घर को आए #कट्टर_हिंदुस्तानी