पलकों में आँसू दिल में समंदर का सैलाब है, लगता है टूटकर बिखर गया फिर तेरा ख़्वाब है, दीये कि रोशनी से हारकर बैठ मत कभी, तेरा नूर तुझे खुद में बनाता आफ़ताब है, अपनी गुरबत पे नाज़ इस कदर, की लोग भी पूछे ये कहाँ का नवाब है, डरते है वे जो तेरी नाक़ामियाँ गिनाते है, तू याद रख की तू खुद में कामयाब है, ज़िंदगी अकसर तीखें सवाल पूछती तो है, तेरी साँसे ही उसका अनकहा जवाब है, तेरे अतीत को देखकर तेरे आगे की हार बताने वाले, मत कर भरोसा इनपे ये सब बस सराब है, तू उस जैसा बनने की कोशिश क्यों करता है, तुझे मालूम नहीं तेरा अपना अलग हिसाब है, वो आये या जाए मत घबरा इन बातों से, तेरे पास बाकी अभी बहुत शबाब है, -सुमीत सराब-मृगतृष्णा,धोखेबाज़ी शबाब-यौवन काल,जवानी #Motivation #Ashaar #LostTracks