Nojoto: Largest Storytelling Platform

नींदों में जिनका आना जाना दिन रात होता था, आज वो

नींदों में जिनका आना जाना दिन रात होता था, 
आज वो कहीं गुम से हैं, 
सपने जो सोने नहीं देते थे, 
आज वो कहीं गुम से हैं, 
बुझ गया आँखों का दीपक भी, 
जो इन्हें जगाए रखता था, 
आँखों में बचे आँसुओं के वो नीर भी, 
अब कहीं गुम से हैं..

©Deepak Chaurasia #नींदों में जिनका आना जाना दिन रात होता था, 
आज वो कहीं गुम से हैं, 
सपने जो सोने नहीं देते थे, 
आज वो कहीं गुम से हैं, 
बुझ गया आँखों का दीपक भी, 
जो इन्हें जगाए रखता था, 
आँखों में बचे आँसुओं के वो नीर भी, 
अब कहीं गुम से हैं..
नींदों में जिनका आना जाना दिन रात होता था, 
आज वो कहीं गुम से हैं, 
सपने जो सोने नहीं देते थे, 
आज वो कहीं गुम से हैं, 
बुझ गया आँखों का दीपक भी, 
जो इन्हें जगाए रखता था, 
आँखों में बचे आँसुओं के वो नीर भी, 
अब कहीं गुम से हैं..

©Deepak Chaurasia #नींदों में जिनका आना जाना दिन रात होता था, 
आज वो कहीं गुम से हैं, 
सपने जो सोने नहीं देते थे, 
आज वो कहीं गुम से हैं, 
बुझ गया आँखों का दीपक भी, 
जो इन्हें जगाए रखता था, 
आँखों में बचे आँसुओं के वो नीर भी, 
अब कहीं गुम से हैं..
deepakchaurasia7439

vishwadeepak

Bronze Star
New Creator