Nojoto: Largest Storytelling Platform

आखिर ये वक्त ठहर क्यो नही जाता तेरे आखों से यु आं

आखिर ये वक्त ठहर क्यो नही जाता 
तेरे आखों से यु आंसु हमसे देखा ना जाता 
माना तु जीता नही वो जो चाहा है हमने तुझसे 
तु रूआसा तो ना हो 
ये अंधकारमय अंधेरा हटेगा, फिर चमत्कारमय उजाला होगा 
तेरे उसी तलवार रुपी बल्ले से फिर प्रहार होगा 
तेरा इसी देशवासियों के सामने फिर सत्कार होगा 
तु जरा सा ठहर जा 
ये वक्त पहले भी तेरा था, आज भी तेरा होगा 
आखिर ये वक्त ठहर क्यो नहीं जाता!!! 
              माही 💓💓 Mahendra Singh dhoni 💓
आखिर ये वक्त ठहर क्यो नही जाता 
तेरे आखों से यु आंसु हमसे देखा ना जाता 
माना तु जीता नही वो जो चाहा है हमने तुझसे 
तु रूआसा तो ना हो 
ये अंधकारमय अंधेरा हटेगा, फिर चमत्कारमय उजाला होगा 
तेरे उसी तलवार रुपी बल्ले से फिर प्रहार होगा 
तेरा इसी देशवासियों के सामने फिर सत्कार होगा 
तु जरा सा ठहर जा 
ये वक्त पहले भी तेरा था, आज भी तेरा होगा 
आखिर ये वक्त ठहर क्यो नहीं जाता!!! 
              माही 💓💓 Mahendra Singh dhoni 💓

Mahendra Singh dhoni 💓 #कविता