दर्द कई पिरोये हैं अनेकों पन्ने भी भिगोए हैं बस आज आखरी दफा तुझे याद कर रो लुंगा, अगर है कहीं शक तुझे तो आज भ्रम मैं तोङुगा अबतलक तो चुप था पर आज हचक के बोलुंगा॥ #when_a_line_hit_u_2_try_smthng.. picking the punch line from a tvf's episode..