कौन जाने हालात क्या थे मगर, इश्क के गुनहगार हम ही रहे, और आपके सारे गिले शिकवे सर आंखों पर, लेकिन गम के ताबेदार तो हम भी रहे। मैं आपके तजुर्बे के आगे कुछ भी नहीं मगर गुस्ताखी कर तो दी है कुछ लिखने की, उम्मीद है कि आपके विचारों के अनुरूप ही कुछ लिखा होगा, आशा करता हूं कि आपको पसंद आए। क्यों नहीं समझते तुम... #मरजाएँगे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #गजल #yqbaba #alpu