मोहब्बत में तेरी इबादत करूंँ रूस्वाईयों में तेरी सिकवा !! तू मोहब्बत जो मेरी भुल जाएंँ तो , कैसी है तेरी प्रीत मितवा ।। #प्रीत #मोहब्बत़ #सिकवा