"बूँदें बरसात की " बरस गयी झंकार बनकर राग जैसे मल्हार सी मौसम ने ली जो करवट आयी बूँदें बरसात की भीनी सौंधी खुशबू भावे इस मिट्टी के अहसास सी सबके मन को हर्षाये इन्द्रधनुष की छटा उकेरी छूकर जरा महसूस करो तुम ये बूँदें बरसात की । (स्वाति सोनी ) #gif #Boundein barsat ki #swatikikalamse...