खुलेगी आँखों पर बंधी पट्टी आहिस्ता आहिस्ता किसके दिल में मोहब्बत है, किसके फरेब पता चलेगा आहिस्ता आहिस्ता.. मेरी चाहत तो ज़हर थी तेरे लिये मेरी नफरत मगर गले से उतरेगी आहिस्ता आहिस्ता.. बदल लेना अपना रस्ता साथ चलते चलते कि थकता जा रहा है तेरा हमसफ़र आहिस्ता आहिस्ता.. #आहिस्ताआहिस्ता.. #sahilbhardwaj #nojotohindi #nojoto