(अरमान) रात को सोते वक्त बेरंग अरमान ही सही ..........थोड़े दर्द ...थोड़ी तड़पन.. थोड़े अनजान ही सही ..........एक आईना जिसमें ..बिन कहीं ..बिन देखी कुछ बातें हो.. निगाहें नम सी ..पर खिलखिलाती मुस्कान ही सही...... सुनसान सड़क पर कोई अनजान ही सही ....कुछ बातें हैं जो कहना है किसी से .......सुनने लायक वह झूठे कान ही सही ( अमित राय ✍️) Amit Rai #amitrai✍️ #merelafz #Hindi #Poetry #India #ShiningInDark