अक्सर तेरी तस्वीर को देर तक देखा करता हूं बेमतलब की बक बक तुमसे ही किया करता हूं दिल का कमजोर हूं दिल की बात कहने से डरता हूं, हाँ सच है कि मैं चुपके चुपके तुमपे मरता हूँ। डर लगता है कि हमसे कोई गलती न हो जाए इस दुनिया के झूठे प्यार में नाम हमारा ना जुड़ जाए यही सोच कर दिल की बात को दिल ही में रखता हूं पर तेरी मासूमियत पे हमेशा से मैं मरता हूँ। बात न हो तो डर लगता है मन भी घबरा जाता है लगता है कुछ खालीपन सा समझ नही कुछ आता है कहना चाहूं कह ना पाऊं राज जो दिल मे रखता हूँ डर लगता है खोने से पर सच है तुमपे मरता हूँ.. #अनकहा_प्यार