हाँ तो जब ये पता है तो क्यूँ प्रकृति पुरुष से विलग होती है बार बार अकारण ही अनियंत्रित क्यों होती है जबकी सत्य तो ये है कि प्रकृति में पुरुष है और पुरुष में ही प्रकृति तो केवल प्रेम के माध्यम से नही बल्कि सभी गुणों और रूपों में जब व्याप्त है सर्वत्र तो #पुरुषदिवस की हार्दिक बधाई। पुरुष प्रकृति में संतुलन का पर्याय है। #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi