पुरानी पद्धति अलविदा हो गयी नौकरी आजकल "संविदा" हो गयी 'परमानेंट' थी तो इसमें ठहराव था 'संविदा' क्या हुई 'चंचला' हो गयी --प्रशान्त मिश्रा संविदा