Nojoto: Largest Storytelling Platform

आजकल सब्र, संस्कार, सहनशीलता की कमी आत्महत्या जैस

आजकल सब्र, संस्कार,
 सहनशीलता की कमी
आत्महत्या जैसे अपराध को 
बढ़ावा दे रही है,
 जिसका परिणाम आत्महत्या 
करने वाले को ही नहीं असंख्य
 बूढ़े - बच्चों, सज्जनों को झेलना पड़ता है।
 स्वयं हत्या करने वाले को
 ईश्वर कभी क्षमा नहीं करते, 
परंतु कानूनी अव्यवस्थाओं के कारण
 पृथ्वी पर दंश
 निर्दोषो को झेलना पड़ता है।

©Deepa Didi Prajapati 
  #जय_महाकाल