गरीबी कूड़े कचरे से भी रोटी धुन लेती है अमीरी शोक से बरतन में झूठा छोड़ देती है गुरुर करने वालो की कभी इज्ज़त नही होती वो डाली टूट जाती हे जो झुकना छोड़ देती है ©Mustakim Khan हाँ जी ये पहली शायरी है मेरी #Joker