तुम्हारा ज़िक्र मेरी डायरी में नहीं, तुम मेरे किसी भी शायरी में नहीं। ये बतलाता है कि तुम कितने प्रिय, विरल एवं समीप हो मेरे जो तुम्हे एक क्षण के लिए भी अपने मन से उतरा न मैंने। बस यूंही बीतते वक़्त के संग काट लेती हुं हर पहर मै, लेकर तुमको और तुम्हारी यादें, ये अंतर्मन की मुलाकातें! अंतर्मन की मुलाकातें!❤️ #अंतर्मन #हिंदी #हिंदी_कविता #YQdidi #yqbaba #तुम #a_u