Nojoto: Largest Storytelling Platform

दिल की दस्तक़ इश्क़ की पुस्तक, सूरज सुख का सवेरे हो

दिल की दस्तक़ इश्क़ की पुस्तक,
सूरज सुख का सवेरे हो तुम..!

समुन्दर के किनारे जीवन तेरे सहारे,
ख़्वाबों में भी सनम मेरे हो तुम..!

प्रवचन जहाँ होता है वहाँ,
खुशियों के सारे डेरे हो तुम..!

भोली सी सूरत स्नेह की मूरत,
जीवन की जरूरत यूँ चेहरे हो तुम..!

दिल की जमीं पे बनाया मकाँ तुम्हारे इश्क़ का,
सदैव सदैव को इसमें ठहरे हो तुम..!

बन के मसीहा ख़ूबसूरत जीवन दिया,
मेरे मोहब्बत की नींव गहरे हो तुम..!

©SHIVA KANT
  #ishqkikitaab