ऐ बारिश एक बार फिर आना , साथ में बचपन कि कुछ यादें भी समेटे लाना । याद आ गये मुझे बचपन के वो पल , जहाँ गांव में भीगते और खेलते थे उछल-उछल छम-छम कर कूद कूद के बारिश में नहाना , छुपकर कॉपी से पेज फाड़ना और कागज़ कि नाव बनाना और उसे बारिश के बहते पानी में बहाना । हमेशा ऐसे ही आना , और बचपन याद दिलाना , #CalmingNature #बचपन #bachpan #barish #Shayari |#lovely