आन्दोलन हुआ... किसान जुटे, जवान जुटे, मुठभेड़ हुई ज़ुबानी.. चमका कौन? और क्या चला? चली नेता जी की कहानी! रैली निकाली.. किसान निकले, जवान निकले, हिंसा भड़की भारी.. कुटाया कौन? और कौन थुराया? जवान, किसान बारी बारी! ©Kritika Kiran समझ रहे हो? #protest #jawaan #kisaan #sarcasm #satire #poetry #kritikakiran