हकीकत में जी लिये बहुत तो ख्वाब पर आ गये कहते थे सब कुछ तेरा है वो हिसाब पर आ गये जिन्हें रखा था मैंने अपने घर में भगवान की तरह वो चाय पीते- पीते आज शराब पर आ गये