खुदा की बख़्शी दात मे, जाने क्यों उने सबर नहीं...? मोहब्बत है बेइंतहा हमे उन से, मेरे खुदा...! जाने क्यों उने इस की कदर नहीं? मेरे खुदा जाने क्यों उने इस की कदर नहीं?