विषय :- कठिनाइयों से लड़ना ************************ कठिनाइयों से लड़ने का हौसला जिसको आ गया। जीवन के हर लम्हें को जीतकर तरक्की वो पा गया। ज़ोर आजमाइश करने से हासिल कुछ होगा नहीं। मेहनत की रोटी का स्वाद हर किसी को भा गया। काँटों भरी डगर में यहाँ चलना इतना आसान नहीं। सफलता की सीढ़ी से मंज़िल बहादुर ही पा गया। कामयाबी की तलाश में दर-दर भटकना बेकार है। मेहनत का फल मीठा होता सिकंदर ये सिखा गया। पहचान अपनी खुद से बनाता इंसान वो बेहतर है। कठिनाइयों से निकलकर राह-ए-मंज़िल वो पा गया। रचना का सार Subscription/Unlock प्रतियोगिता-14 विषय :- कठिनाइयों से लड़ना कठिनाइयों से लड़ने का हौसला जिसको आ गया। जीवन के हर लम्हें को जीतकर तरक्की वो पा गया। ज़ोर आजमाइश करने से हासिल कुछ होगा नहीं। मेहनत की रोटी का स्वाद हर किसी को भा गया।